शुभमन गिल, भारतीय क्रिकेट का एक उभरता हुआ सितारा, जिन्होंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में खास जगह बनाई है। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 754 रन बनाने के बाद भी गिल आईसीसी टेस्ट बल्लेबाजों की रैंकिंग में टॉप 10 से बाहर हो गए। यह खबर हर क्रिकेट प्रशंसक को चौंका सकती है, लेकिन इसके पीछे कुछ अहम कारण छिपे हुए हैं। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि ऐसा क्यों हुआ, रैंकिंग कैसे काम करती है, और गिल के प्रदर्शन की पूरी तस्वीर क्या है।
शुभमन गिल का शानदार प्रदर्शन
शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई टेस्ट श्रृंखला में 5 मैचों में कुल 754 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने दो शतक और चार अर्धशतक लगाए। उनका स्ट्राइक रेट, बल्लेबाजी तकनीक और संयमित खेल ने सभी को प्रभावित किया। खासकर लॉर्ड्स और ओवल टेस्ट में उनके शतक यादगार रहे।
उनकी इनिंग्स पर एक नजर:
- पहला टेस्ट: 124 रन
- दूसरा टेस्ट: 88 और 45 रन
- तीसरा टेस्ट: 102 रन
- चौथा टेस्ट: 67 और 43 रन
- पांचवां टेस्ट: 85 रन
इतना बड़ा योगदान देने के बावजूद जब आईसीसी ने ताज़ा टेस्ट बल्लेबाजों की रैंकिंग जारी की, तो शुभमन गिल टॉप 10 से बाहर हो गए। आइए समझते हैं क्यों।
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ICC टेस्ट रैंकिंग सिस्टम क्या है?
आईसीसी की रैंकिंग प्रणाली एक जटिल प्रणाली है जो खिलाड़ियों के प्रदर्शन को केवल रन या विकेट के आधार पर नहीं आंकती। इसमें निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखा जाता है:
- मैच की गुणवत्ता – किस टीम के खिलाफ रन बनाए गए।
- गेंदबाज की रैंकिंग – किसके खिलाफ बल्लेबाजी की गई।
- मैच की परिस्थिति – रन दबाव में बने या आसान स्थिति में।
- पिछले 12 महीनों का औसत प्रदर्शन।
- कंसिस्टेंसी – केवल एक सीरीज नहीं, लगातार प्रदर्शन मायने रखता है।
शुभमन गिल क्यों बाहर हुए टॉप 10 से?
अब सवाल ये उठता है कि अगर उन्होंने 754 रन बनाए, तो फिर क्यों नहीं मिल पाया टॉप 10 का स्थान? इसके पीछे कुछ ठोस कारण हैं:
1. पिछले प्रदर्शन का असर
ICC की रैंकिंग प्रणाली केवल एक सीरीज को नहीं, बल्कि पिछले एक साल के प्रदर्शन को ध्यान में रखती है। शुभमन गिल ने इससे पहले दक्षिण अफ्रीका और वेस्ट इंडीज के खिलाफ सीमित सफलता पाई थी। इन सीरीज में उनका औसत 35 के आसपास रहा था।
2. बड़े मैचों में फिनिशिंग की कमी
गिल ने जरूर रन बनाए, लेकिन उनमें से कई रन दूसरी पारी में या तब बने जब मैच लगभग भारत के पक्ष में जा चुका था। रैंकिंग में तब अधिक अंक मिलते हैं जब खिलाड़ी दबाव की स्थिति में योगदान दे।
3. अन्य बल्लेबाजों का बेहतर प्रदर्शन
वर्तमान में टेस्ट रैंकिंग में बाबर आज़म, जो रूट, केन विलियमसन, स्टीव स्मिथ, मार्नस लाबुशेन और विराट कोहली जैसे बल्लेबाज हैं जो लगातार रन बना रहे हैं। उनकी तुलना में गिल को अधिक समय तक लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
4. बल्लेबाजों के बीच कड़ा मुकाबला
ICC रैंकिंग में टॉप 10 में स्थान बनाने के लिए केवल रन बनाना ही काफी नहीं है। बल्लेबाजों के बीच बेहद कड़ा मुकाबला है और हर छोटे अंतर से रैंकिंग प्रभावित होती है।
गिल की औसत बनाम टॉप 10 बल्लेबाज
| बल्लेबाज | औसत (पिछले 12 महीने) | रन | शतक | रैंक |
|---|---|---|---|---|
| जो रूट | 52.3 | 980 | 4 | #2 |
| केन विलियमसन | 54.1 | 870 | 3 | #3 |
| बाबर आज़म | 50.7 | 900 | 2 | #4 |
| शुभमन गिल | 42.8 | 754 | 2 | #11 |
यह तुलना स्पष्ट करती है कि गिल को स्थिरता और निरंतरता की दिशा में और सुधार करना होगा।
क्या गिल वापसी कर सकते हैं?
बिल्कुल। शुभमन गिल में वो हर गुण है जो उन्हें टॉप 10 में ही नहीं, नंबर 1 की रैंकिंग तक पहुंचा सकता है। वे युवा हैं, तकनीकी रूप से सशक्त हैं, और मानसिक तौर पर परिपक्व हो रहे हैं।
उन्हें क्या करना होगा?
- लगातार सीरीज में रन बनाना।
- विदेशी पिचों पर भी प्रदर्शन करना।
- बड़े मैचों में निर्णायक पारियां खेलना।
- स्पिन और तेज गेंदबाजी दोनों के खिलाफ मजबूती दिखाना।
कोचों और पूर्व खिलाड़ियों की राय
राहुल द्रविड़ (हेड कोच, भारत)
“शुभमन में नंबर 1 बल्लेबाज बनने की क्षमता है। उन्हें बस समय और धैर्य की जरूरत है।”
सुनील गावस्कर (पूर्व कप्तान)
“रैंकिंग कभी-कभी आंकड़ों के पीछे छिपी कहानी को नहीं दिखा पाती। गिल का खेल देखने में जिस तरह का आत्मविश्वास दिखता है, वो शानदार है।”
सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
गिल के रैंकिंग से बाहर होने पर सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा हुई:
- एक फैन ने लिखा: “इतना रन बनाने के बाद भी अगर रैंकिंग न मिले तो ICC सिस्टम पर सवाल उठने लाजमी हैं।”
- वहीं दूसरे यूजर ने लिखा: “गिल को टॉप 10 में जल्द ही देखेंगे, ये तो बस शुरुआत है।”
आगे का सफर
शुभमन गिल का अगला टारगेट है ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज और फिर न्यूज़ीलैंड का दौरा। ये दोनों सीरीज उनके लिए रैंकिंग में सुधार का बेहतरीन मौका साबित हो सकती हैं।
संभावित स्कोर अगर गिल लगातार रन बनाएं:
- ऑस्ट्रेलिया सीरीज: 4 टेस्ट, अनुमानित रन – 500+
- न्यूजीलैंड टूर: 2 टेस्ट, अनुमानित रन – 200+
अगर वह इन सीरीज में औसतन 60+ से रन बनाते हैं, तो टॉप 5 में उनकी जगह पक्की हो सकती है।
निष्कर्ष
शुभमन गिल ने 754 रन बनाकर जरूर दुनिया का ध्यान खींचा, लेकिन ICC टेस्ट रैंकिंग में टॉप 10 में जगह नहीं बना पाए। इसके पीछे सिस्टम की गणना पद्धति, निरंतरता की कमी और अन्य बल्लेबाजों का बेहतर प्रदर्शन प्रमुख कारण रहे। हालांकि गिल की उम्र और प्रतिभा को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि टॉप 10 सिर्फ शुरुआत है, आने वाले समय में वे नंबर 1 का ताज भी हासिल कर सकते हैं।